pranjali piyush
Thursday, December 23, 2010
तेरे तसव्वुर को कुछ ऐसे अंदाज में बयां करते हैं हम..
तबस्सुम जी-जान से लुटाया तब भी जब आँखें थी नम..
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)